person Kumar
insert_invitation 18-11-2021
Erayada ku suntan istiikarada:
भिक्षाम देही ।
ঊ अरे पापिनी ।
नর্লज! तू फिर आ य
क्या यही है य आपके संस्कार
इसपर हम बाद में विचार करेंगे
आपकी प्रशंसा के लिए शब्द नहीं है मेरे पास
काट दी, काट दी मेरी नाक !
इधर भी कृपा दृस्टि डालो
हे प्रभु मुझे तो ये कोई माया जाल लगता
एसा क्रूर वरदान मांगते हुए तुम्हारे मुंह में कीड़े नहीं पड़े?
बाह मित्र बाहू, क्या साथ दिया, अच्छी मित्रता निभाई
अभी तक मैंने कुछ खाया ही नहीं
अब जीवन का दुःख सहा नहीं जाता
जल 'प्रभु, यह कौन साँ अस्त्र है?
ASIANVID इसके पेट पर बाण मारिये प्रभु